झुग्गियां और घर दोस्त, तुमने कभी आपदाओं पे आपदा आती देखी है हर नया दिन…. जहां एक आपदा होता है…
“मोहब्बत में नहीं है मंजिल……. कुछ पा जाना” इश्क़ की सच्ची मंजिल है…इंसा का धरती- आसमां हो जाना पिघल जाना…..या कि…
एक बूढ़ा इंतजार में बैठा है कि मौका मिलते ही मुख्यमंत्री बनूँगा… करना कुछ नहीं होता मुख्यमंत्री बनने के लिए…
चिल्लाती लाशें कुछ लाशें रोज टीवी पर चिल्लाती है देखो दुनिया आ गई घुटने पर बताती हैं. सड़कों पर लोग…