मुक्तेश्वर उत्तराखंड के नैनीताल जिले मैं 2286 मीटर (7800 फ़ीट ) की उचाई पर स्थित एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ से नंदा देवी, त्रिशूल आदि हिमालय पर्वत की चोटियाँ दिखती है। यहाँ एक पहाड़ी के ऊपर शिवजी का मंदिर है यह मंदिर 2315 मीटर की उचाई पर स्थित है, यहीं मंदिर मुक्तेश्वर मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर तक जाने के लिए लगभग 100 सीढ़िया चढ़नी पड़ती है यहाँ भगवान शिव के साथ साथ ब्रह्मा, विष्णु , पार्वती ,हनुमान शिव नंदी जी भी विराजमान है।मंदिर के बाहर लंगूर और बंदरो का जमावड़ा लगा रहता है.
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मुक्तेश्वर का इतिहास | History of mukteshwar in hindi
इस स्थान का नाम शिव को समर्पित 350 वर्ष पुराने मंदिर के नाम से पड़ा है जो मुक्तेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है । ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर भगवान शिव भक्तो को “मोक्ष” प्रदान करते है।
नैनीताल जिले से लगभग 52 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्तेश्वर मैं ऊंची हरी-भरी पहाड़ियों और गहरी खाइयों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।
शीतला एस्टेट | Sheetla state
ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए मुक्तेश्वर से लगभग 5 किलोमीर की दूरी पर शीतला गांव परफेक्ट जगह है, जहाँ ट्रैकिंग के साथ साथ वर्डवाचिंग का मजा भी लिया जा सकता है
चौली की जाली | Chouli ki jaali mukteshwar
मंदिर के आस पास चट्टानों मैं चौली की जाली है, इसे ”चौथी की जाली” भी कहते है ये जगह मुक्तेश्वर मंदिर के साथ ही है. यहाँ जाने के लिए पहाड़ की चढाई चढ़नी पड़ती है, कहा जाता है कि यहाँ पे देवी और राक्षस के बिच युद्ध हुवा था. जिसकी सबसे ऊपर वाली चट्टान पर एक गोल छेद है। मन जाता है कि अगर कोई निःसंतान स्त्री इस छेद से निकल जाये तो उसे संतान कि प्राप्ति होती है। इस पहाड़ कि चोटी से घाटी का सुन्दर नजारा देखने को मिलता है।
केम्पिंग और फ़्लाइंग स्पोर्ट्स | Camping and flying
जिसको भी एडवेंचर का शौक है। वह मुक्तेश्वर के पास सरगाखेत और अन्य नजदीकी गांव में केम्पिंग, हाईकिंग और पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा सकते है।
मुक्तेश्वर जाएं तो यहां मिलने वाली सूखी आलू की सब्जी और प्याज के पकौड़े जरूर ट्राई करें। प्याज के पकौड़े और खट्टी मीठी चटनी के साथ आलू की चटपटी सूखी सब्जी खाने मैं बड़ा ही आनंद आता है।
कैसे पहुंचे मुक्तेश्वर | How to go mukteshwar
सड़क मार्ग से मुक्तेश्वर | By road
मुक्तेश्वर दिल्ली से करीब 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा मुरादाबाद-हल्द्वानी-काठगोदाम-भीमताल होते हुए लगभग आठ घंटे की ड्राइव करके मुक्तेश्वर पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग By train
रेलमार्ग से जाना चाहें तो दिल्ली से काठगोदाम तक सीधी रेल सेवा है। काठगोदाम से आगे मुक्तेश्वर तक का सफर लगभग 73 किलोमीटर का है। सफर पूरा करने के लिए काठगोदाम से ही बस या टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं।
हवाई सेवा | By air
अगर वायु मार्ग से जाना चाहें तो नजदीकी हवाईअड्डा पंतनगर है जो मुक्तेश्वर से लगभग 100 किलोमीटर पहले है।
By HindiWall