उस दिन मैं सिर्फ मिला ही नहीं था मैं खुला भी था जैसे लाटरी खुलती है किसी की सब कुछ…
गरीब की याददास्त गरीब के पास कुछ भी कीमती नहीं होता मगर एक चीज़ होती है….”उसकी याददास्त” वो याद रख…
उस दिन मैं सिर्फ मिला ही नहीं था मैं खुला भी था जैसे लाटरी खुलती है किसी की सब कुछ…
गरीब की याददास्त गरीब के पास कुछ भी कीमती नहीं होता मगर एक चीज़ होती है….”उसकी याददास्त” वो याद रख…